खगड़िया/परबत्ता प्रखंड के नगर पंचायत परबत्ता कन्हैयचक गांव के पास तक्षशिला वैदिक विद्यालय में हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी उत्सव मनाया गया है। बताते चले की क्यों मनाया जाता है। वार्षिकोत्सव के कई प्रायोजन माने गए है। अपनी शिक्षा पूरी कर चुके छात्र एवं छात्राओं को प्रमाण पत्र आदि देकर विदाई करना तो हर विद्यालय का प्रायोजन होता है। इसके अलावा वर्ष भर का लेखा-जोखा व उपलब्धियां पर सामूहिक समारोह करना भी होता है। इन सब के साथ वार्षिकोत्सव के अवसर पर विशेष रुचि तथा कलात्मक प्रतिभा रखने वाले को भी अपनी कलाएं और ऊंची प्रदर्शन करने का अवसर भी प्राप्त होता है इस बहाने बच्चों को अभिभावक भी विद्यालय में आकर बच्चों की प्रतिभा देखकर सकते हैं।वार्षिकोत्सव की तैयारीहर विद्यालय का वार्षिकोत्सव मनाने का समय और दिनांक निश्चित रहती है जब वार्षिक उत्सव का समय पास आ जाता है तो लगभग एक महत्वपूर्ण विद्यालय के छात्र छात्राओं को इसमें भाग लेना होता है यह कार्यक्रम अध्यापक की देखरेख में किया जाता है। इन सभी कार्यक्रमों के चलते विद्यालय अपने नियमित कक्षाओं में बाधा नहीं पड़ने देता है।कैसे मनाया जाता है विद्यालय का वार्षिकोत्सव हर वर्ष बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है। इन दिनों की अध्यक्षता के विद्यालय के प्रधानाचार्य तथा शिक्षक जगत से जुड़े कई विद्वान हस्तियों को बुलाया जाता है। उत्सव के स्थलों को बड़े ही तन्मयता से सभी छात्र-छात्राएं सजाते हैं। नाटक नृत्य, निबंध, वाद विवाद, रंगोलिया, कविताएं, चित्रकला, पोस्टर प्रतियोगिता आदि कई दिलचस्प और रचनात्मक प्रतियोगिताएं आयोजित की जाती ह। इसके बाद छोटी-छोटी दलों भी में कई तरह के सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रसिद्ध की जाते है। मौके पर तक्षशिला वैदिक विद्यालय डायरेक्टर उज्जवल कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि हमारे विद्यालय के दूसरा वर्ष है जो कि हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी जोर-शोर से सांस्कृतिक कार्यक्रम किया गया है। इधर मौके पर प्रिंसिपल रेखा सिँह ने बताया कि इसी तरह हमारे विद्यालय उत्सव मनाया जाता है। और हमारे विद्यालय के दूसरा स्थापना वर्ष भी है जिसको लेकर स्थानीय ग्रामीण एवं अभिभावक विद्यालय मे अपने बच्चों का जो कार्यक्रम है वह देखकर खुश हुआ। मौके पर उपस्थित बबलू कुमार सिंह, संजय कुमार सिंह, गौतम कुमार, राजेश कुमार, स्थानीय शिक्षक रंजीत कुमार एवं सभी छात्र छात्राएं एवं अभिभावक भी उपस्थित रहे।