खगड़िया जिले के परबत्ता मे सबकुछ भूलकर यदि किसी लक्ष्य का पीछा किया जाय तो वह प्राप्त होकर ही रहता है। ऐसा ही कुछ उन युवाओं के जीवन में घटित हो रहा है जिन्होंने अपने जीवन में एक लक्ष्य को निर्धारित कर के दिन रात उसका पीछा करना आरंभ किया और उसके मिलने तक लगातार लगे रहे।प्रखंड के कई युवाओं के लिये मंगलवार का दिन खुशियाँ लेकर आया। भारत सरकार के गृह मंत्रालय के अंतर्गत अर्धसैनिक बलों के लिये भर्ती करने वाली संस्था एसएससी जीडी का अंतिम परिणाम प्रकाशित हुआ। इस परिणाम ने कई युवाओं के सपनों को उड़ान देने का काम किया। बताते चलें कि इस परीक्षा के लिये विभिन्न चरणों में अपनी योग्यता को साबित करना होता है। इन सभी बाधाओं को पार करने के बाद कवेला के सुनील चौधरी का पुत्र रोहित कुमार का चयन बीएसएफ के लिये हुआ है। गांव की उबड़ खाबड़ पगडंडियों पर दौड़ लगाते लगाते आज उन्हें लक्ष्य तक पहुँचने का मौका उपलब्ध हो गया। जबकि खनुआ राका गांव के अरुण कुमार मिश्रा की पुत्री ममता मिश्रा का चयन सीआईएसएफ के लिए किया गया। ममता मिश्रा वर्तमान में बिहार पुलिस के लिए चयनित होने के उपरांत रेल पुलिस में योगदान के बाद ट्रेनिंग कर रही है। रोहित कुमार ने स्कूली शिक्षा गांव के विद्यालय से पूरी करने के उपरांत बेगूसराय से इंटर तथा स्नातक करने के बाद सेना या अर्धसैनिक बल में चयनित होने को अपने जीवन का एकमात्र लक्ष्य बना लिया था। जबकि ममता मिश्रा लगातार दो कठिन परीक्षाओं में उतीर्ण होकर अपने गांव का नाम रौशन किया है। किसान परिवार में पैदा हुए इन युवाओं ने अपना सपना पूरा करने के लिए अपना सबकुछ झोंक रखा था। मूलभूत सुविधाओं का अभाव लगातार इन्हें अपने लक्ष्य को पूरा करने में बाधक बनना चाहा।लेकिन अपने लक्ष्य के प्रति इनका जुनून ने सफलता से विमुख नहीं होने दिया।