खगड़िया जिले के परबत्ता थाना क्षेत्र के लगार पंचायत के एक गांव के महिला ने प्रसव के लिए बीते दिनों 14 सितंबर को परबत्ता सीएचसी मे भर्ती कराया गया था जिसके बाद आशा एवं ममता के द्वारा मोटिवेट के बाद महिला के परिजनों को कहाँ गया की यहाँ ठीक से जन्म नहीं होता हैं चले जाओ पास के प्राइवेट हॉस्पिटल मे वहां ठीक से हो जाएगा. इसी बीच परबत्ता सीएचसी के सटे राका तेमथा स्थिति एलेक्स सवा सदन मे भर्ती 17 सितंबर को सुबह किया जाता है जिसके बाद महिला ने मृत बच्चे को जन्म देते हैं. जिसके बाद परिजनों के द्वारा दो घंटे तक हंगामा करने के बाद ज़ब कुछ देर के बाद सोशल मीडिय पर परिजनों के द्वारा हंगामा करने का विडिओ वायरल हुआ तब परबत्ता सीएचसी के जाँच टीम राका तेमथा स्थिति प्राइवेट एलेक्स सवा सदन हॉस्पिटल जाँच के दौरान ना डॉ मिले जो डॉ के नाम दिया गया हैं वह डॉ से संपर्क करने का परियास किया गया लेकिन आउट ऑफ कवरेज एरिया बता रहा थे. वही प्रइवेट हॉस्पिटल संचालक से पूछा गया की यहाँ अभी किता पेशेंट एडमिट है संचालक ने बताया कि अभी एक भी पेशेंट की भर्ती नहीं है. लेकिन देखने के बाद पता चलता है कि इस हॉस्पिटल में 4 पेशेंट भर्ती था. मौके पर जाँच टीम ने बताया की यह इस हॉस्पिटल मे तैनात डॉ जो 15 दिनों से नहीं है. आगे की कार्यवाही के लिए पत्र विभाग को भेज दिया गया है। लेकिन स्थानीय लोगों मे आज भी यह सवाल उठ रहे हैं की सिर्फ प्राइवेट नर्सिंग होम माँ गंगा हॉस्पिटल, बाबा अजगैबीनाथ को सील कर स्थानीय सीएचसी परबत्ता से आशा कार्यकर्ता एवं स्थानीय कर्मी के द्वारा प्राइवेट नर्सिंग होम में भेजा जाता था लेकिन आज तक आशा एवं कर्मी के पर सीएचसी से प्राइवेट नर्सिंग होम में क्यों भेजा जाता है इस पर आज तक वर्तमान प्रभारी हो या पूर्व प्रभारी हो इस पर संज्ञान नहीं लेते. वही जब एएनसी जांच के समय भी आशा कार्यकर्त्ता के द्वारा अल्ट्रासाउंड व जांच आदि प्राइवेट में कराते हैं लेकिन जब डॉक्टर साहब से सवाल जवाब किया जाता है तो डॉ साहब एक लाइन में कह कर हट जाते हैं कि मैं अल्ट्रासाउंड नहीं लिखता हूं. लेकिन मैं दावा करता हूं कि एएनसी जांच के समय अल्ट्रासाउंड व जाँच प्राइवेट मैं किया जाता है ओर कौन लिखता है। आखिर सीएचसी के कर्मी पर अधिकारी का शिकांजा क्यों नहीं चल पाते हैं क्या अधिकारी के मिली भगत से यह होता है क्या। क्या परबत्ता सीएचसी के कर्मी एवं आशा एवं ममता एवं एएनएम पर प्रशासन के हंडर कब चलेगा। मौके पर जिला परिषद क्षेत्र संख्या 18 के जयप्रकाश यादव ने बताया की परबत्ता सीएचसी के तैनात भ्रष्टाचार एवं उच्च अधिकारी से लेकर नीचेले कर्मी तक सभी मिलीभगत से परबत्ता सीएचसी से प्रइवेट हॉस्पिटल भेजा जाता है परबत्ता सीएचसी मे तैनात एक भी डॉ रोस्टर के अनुसार ड्यूटी नहीं करते हैं 1 डॉक्टर 24 घंटा ड्यूटी करके छुट्टी पर चले जाते हैं. इतना ही नहीं चार साल से ऊपर होने चला है और विभाग मे बदली होता है एनएएम को एक बार बदली नहीं किया गया है. मैं जयप्रकाश यादव यह मांग करता हूं कि परबत्ता सीएचसी तैनात सभी एएनएम को बदला जाए।