परबत्ता/परबत्ता प्रखंड के सौढ उत्तरी पंचायत के मध्य विद्यालय सौढ भरतखंड में सुरक्षित शनिवार को बच्चों को जल और भूमि संरक्षण, वायु प्रदूषण और पेड़ पौधों के संरक्षण के संबंध में विशेष जानकारी दी गई। कार्यक्रम का शुभारंभ सहायक शिक्षक सिद्धार्थ कुमार ने किया। शिक्षक सिद्धार्थ कुमार ने बताया कि जल ही जीवन है, जल के बिना जीवन संभव नहीं है। जल को धन की तरह संचय करना चाहिए। भूमि के संरक्षण के लिए विशेष रूप से पौधरोपण अभियान चलाया जाना चाहिए। सभी लोगों को कम से कम एक जरूर लगाना चाहिए। पेड़ पौधों का संरक्षण जन्मदिन, राष्ट्रीय पर्व, और किसी महापुरुष के जन्मदिन और विशेष अवसरों पर पेड़ लगाना सुनिश्चित किया जाना चाहिए। पर्यावरण संरक्षण के सभी लोगों को ज्यादा से ज्यादा पेड़ पौधे लगाना चाहिए। शिक्षक सिद्धार्थ कुमार ने बताया कि प्राचीन संस्कृति में लोग प्रकृति प्रेमी यानि प्रकृति से प्रेम करते थे, लेकिन वर्तमान में लोग प्रकृति का दोहन करने में लगे हुए हैं। पर्यावरण संरक्षण के लिए कोई सरकार और संस्था को नहीं बल्कि सभी जनमानस को कदम बढ़ाने की आवश्यकता है। मौसमी और औषधीय पौधों की देखभाल करनी चाहिए। शिक्षक सिद्धार्थ कुमार ने बताया कि दूषित पेयजल और प्रदूषण के दुष्प्रभाव और दूषित जल से डायरिया, टायफायड और हैजा जैसी बीमारियां और हृदय संबंधी समस्याएं होती है। जल और वायु प्रदूषण से हमारी जैव विविधता पर गंभीर प्रभाव पड़ता है। शिक्षक सिद्धार्थ कुमार ने बताया कि प्राकृतिक संसाधनों का हमारे जीवन पर प्रभाव शुद्ध वायु और स्वच्छ जल हमारे अच्छे स्वास्थ्य के लिए आवश्यक है। हरियाली से पर्यावरण संतुलन बना रहता है। मौके पर शिक्षक सिद्धार्थ कुमार, निरंजन कुमार, रामविनोद साह, रामलाल पंडित, मीनाक्षी कुमारी, उत्कर्ष कुमार, आशु कुमार, आर्यन, आयुष, बंदना भारती, सोनम कुमारी, संध्या, शिवानी विद्यालय के सैकड़ों छात्र और छात्राएं मौजूद थीं।