खगड़िया जिले के परबत्ता थाना क्षेत्र के लगार दियारा क्षेत्र मे राजो यादव एवं अशोक यादव दोनों भाई बलुआ उनसठ बहियार के खेत देखने गए थे. उसी समय है राजो यादव ने घोड़ा का चारा काट कर तीनों व्यक्ति घर वापस आ रही थी कि रास्ते में दिनांक 24-2-2020 करीव दोपहर 3:00 बजे दिन में पहले घात लगाकर गेहूं गेहूं के खेत में हथियार से लैस बैठा. राजू यादव को देखते ही सभी व्यक्ति ने कर खड़ा हो गया उसमें से लगार निवासी सहदेव यादव के पुत्र पप्पू यादव कोई आरोपिय के रूप मे बताया गया. वही पप्पू यादव ने राजो यादव को गोली मार दिया जो सीने से निकाल गया वही जख्मी राजो यादव हल्ला किया तो अंधाधुंध फायरिंग होना शुरू हो गया. ग्रामीणों की सहायता से राजो यादव को इलाज के लिए परबत्ता सीएचसी लाया गया लेकिन प्राथमिक उपचार कर बेहतर इलाज के लिए सदर अस्पताल खगड़िया भेज दिया रास्ते में ही राजो यादव कि मौत हो गया. इधर बताया जा रहा है कि लगार निवासी ब्रह्मदेव यादव के पुत्र सुबोध यादव के हत्या मैं भी शामिल है और नाम अभियुक्त भी बनाया गया था पुलिस पदाधिकारी के द्वारा उसे बड़ी कर दिया था. वही इसके पहले भी पप्पू यादव प्रकाश यादव के पुत्र परमानंद यादव साकिम बड़ी लगार गोली मारने में भी अभियुक्त बनाया गया था जो कि न्यायालय में चल रहा है. वह गुप्त सूचना के मिलने के बाद एसटीएफ चौथम थाना क्षेत्र के करवा मोर से पप्पू यादव को गिरफ्तार कर लिया वही परबत्ता थाना प्रभारी धर्मेंद्र कुमार पाल ने बताया कि आरोपी का इतिहास खंगाला जा रहा है वह पप्पू यादव ने राजो यादव हत्याकांड में शामिल है जो न्यायालय के अभिरक्षा में भेज दिया गया है