खगड़िया जिले में यात्रा भाड़ा का कोई हिसाब किताब नहीं है। खासकर परबत्ता प्रखंड क्षेत्र में। यहां मनमाने भाड़े वसूले जाते हैं। प्रखंड के विभिन्न पथों पर संचालित हो रहे वाहनों के चालक और उप चालक तथा मालिक द्वारा यात्री से मनमाना किराया वसूला जा रहा है। कम दूरी के लिए अधिक यात्रा किराया लिया जाता है। सबसे अधिक यात्रा किराया अगुवानी में वसूला जाता है। मालूम हो कि अगुवानी बस स्टैंड से अगुवानी गंगा घाट की दूरी मात्र तीन किलोमीटर है। तीन किलोमीटर के 20 रुपये आटो चालक लेते हैं। यात्रा किराया के नाम पर लूट है। इतना ही नहीं अगुवानी स्टैंड से परबत्ता की दूरी छह किलोमीटर के लिए आटो चालक 20 रुपये किराया ले रहे हैं। स्थानीय लोगों के अनुसार यह यात्रा किराया के नाम पर लूट नहीं तो क्या है। यात्रा किराया के नाम पर वाहन चालक यात्रियों के जेब काट रहे हैं। इसको लेकर कोई प्राप्ति रसीद नहीं दिया जाता है। ना तो किसी स्टैंड पर कोई बोर्ड लगा हुआ है। परबत्ता से खगड़िया का भाड़ा 80 से 70 रुपये लिए जा रहे हैं। जबकि परबत्ता से मड़ैया का भाड़ा 30 से 20 रुपये, जमालपुर का भाड़ा 50 से 40 रुपये, परबत्ता से पसराहा के 50 से 40 रुपये वसूले जा रहे हैं। कम दूरी के लिए अधिक पैसे लिए जाते हैं। परबत्ता से मड़ैया की दूरी मात्र छह किलोमीटर है। जबकि पसराहा की दूरी 12 किलोमीटर है। यात्रा किराया तय नहीं किए जाने के कारण मनमाने भाड़े लिए जा रहे हैं। इतना ही नहीं ओवरलोडिग आम बात हैं। आटो से लेकर बस तक पर ओवरलोडिग किया जा रहा है। जान हथेली पर लेकर यात्री यात्रा करते हैं। इस पर अभी तक किसी की नजर नहीं है। भाड़े को लेकर आए दिन तू, तू, मैं-मैं होती है। मारपीट भी जाती है। मौके पर जिला परिषद जयप्रकाश यादव ने कहा कि अगर बस पड़ाव, आटो पड़ाव पर यात्रा किराया का बोर्ड लगा दिया जाए, तो मनमाना किराये पर नियंत्रण लगेगा।