खगड़िया जिले के परबत्ता नगर पंचायत क्षेत्र उच्च विद्यालय कन्हैयाचक परबत्ता मे शिव महापुराण कथा के तीसरे दिन कथा वाचिका आदरणीय कंचन दीदी जी ने बताई कि भगवान शिव के विभिन्न ज्योतिर्लिंग का जो अलग-अलग नाम है उस नामों के पीछे क्या रहस्य है जैसे भगवान को सोमनाथ कहा गया तो भगवान को सोमनाथ क्यों कहा गया है भगवान को सोमनाथ इसीलिए कहा गया है कि भगवान स्वयं इस धरा धाम पर अवतरित जब होते हैं तो हर एक मानव को सोमरस रूपी ज्ञान का अमृत पिलाते हैं जिससे आत्मा 21 जन्म के लिए देवत्व को प्राप्त करता है ऐसे ही भगवान के ज्योतिर्लिंग नाम का विवेचना कीl साथ ही साथ बताएं कि परमात्मा शिव सर्व आत्माओं का पिता है हर एक धर्म हरेक मतपंथ सभी उस एक परमात्मा शिव को ही अपना आराध्य मानते हैं आदरणीय दीदी जी ने बताई वर्तमान समय भगवान को ध्यान करने की आवश्यकता है क्योंकि हम सब जानते हैं दुख और सुख व्यक्ति के अपने कर्म से ही मिलता है तो फिर भगवान को याद क्यों करना चाहिए उन्होंने बहुत सुंदर शब्दों में कहा जिस प्रकार से बारिश हो रही है और उसमें किसी व्यक्ति के पास यदि छाता हो तो वह व्यक्ति बारिश से बच सकता है उसी प्रकार भगवान को याद करने से दुख समाप्त नहीं होगा किंतु उससे बचने का हमें शक्ति प्रदान होगा आज की आरती में वेदानंद चौधरी ,रामबालक सिंह ,राधे पोद्दार, रिंकू देवी,धनंजय कुमार ,सुदेश्वर तिवारी, शकुंतला देवी, पुष्पलता देवी, चंद्रशेखर साह, प्रतीम कुमार, आदि अतिथि उपस्थित हुए