खगड़िया/परबत्ता थाना क्षेत्र के कुल्हड़िया गाँव में एक किसान परिवार की आठ महीने की कड़ी मेहनत और लाखों रुपये का निवेश कुछ असामाजिक तत्वों की करतूत से पल भर में मिट्टी में मिल गया। किसान नंददेव तिवारी और उनके बेटे नीरज कुमार के दो एकड़ जमीन पर तैयार केले के बागान को बर्बाद कर दिया गया है।मेहनत पर फिरा पानीनंददेव तिवारी ने कर्ज लेकर करीब ₹5,00,000 की लागत से इस केले के बागान को तैयार किया था। उन्होंने और उनके बेटे नीरज ने दिन-रात एक करके इस फसल को पाला था। आसपास के किसान भी उनके सुंदर बागान की चर्चा करते थे। अब जब श्रावण मास में फसल कटने और बेचने की बारी थी, ठीक उससे पहले बीती रात असामाजिक तत्वों ने लगभग 450 केले के पेड़ों में लगे फलों को काटकर जमीन पर फेंक दिया जिससे लाखों का नुकसान हुआ है।किसान सदमे में, पुत्र ने लगाई मदद की गुहारनंददेव तिवारी का रो-रोकर बुरा हाल है। उन्होंने कहा, “सारा मेहनत बेकार हो गया, कर्ज लेकर खेती किए थे. अब हम लोगों का क्या होगा।” उनके बेटे नीरज कुमार ने बताया कि उनके पिता सदमे में हैं और परिवार को समझ नहीं आ रहा कि इस नुकसान की भरपाई कैसे होगी। नीरज ने सरकार से मुआवजे की गुहार लगाई है।फिलहाल, पीड़ित परिवार परबत्ता थाने में आवेदन देने की तैयारी कर रहा है। इस घटना ने किसानों की सुरक्षा और उनकी फसलों की बर्बादी पर चिंताएं बढ़ा दी हैं। मौके पर परबत्ता थाना प्रभारी अरविन्द कुमार ने बताया कि पीड़ित परिवार कि और से लिखित आवेदन नहीं दिया गया वही लिखित आवेदन देते है आगे कि कार्यवाही किया जाएगा।