खगड़िया/परबत्ता प्रखंड क्षेत्र के परबत्ता सीएचसी के प्रांगण में बीते दिनों से पानी पिने के लिए टेंकी बनाये जा रहे है। बताते चले की स्वच्छ पानी टेंकी बनाने के लिए ना तो शिलान्यास किया गया है ना तो सिलापट्टल गया है नाही खतरे का कोई निशान दिया गया है। बिहार सरकार के योजना में घोर अनिमित बढ़ती गई है। यह पानी टेंकी को बनाने में कितना नंबर ईट का प्रयोग किया जा रहा है आप लोग खुद ही अंदाजा लगा सकते हैं। यह किस योजना के द्वारा पानी टेंकी बनाने का कार्य किया जा रहे है। मौके पर काम कर रहें व्यक्ति से पूछा गया कि यहां के ठेकेदार कौन है ओर कहाँ है उन्होंने बताया की ठेकेदार यहाँ आयते है। तो फिर काम कौन कर है। एक नंबर ईट प्रयोग करने के बजह तीन नंबर का ईट का प्रयोग किया जा रहा है। यह योजना लाखो रुपए का हो सकता लेकिन इस योजनाओं का जाँच कौन-सा अधिकारी करेंगे। मौके पर परबत्ता सीएससी प्रभारी डॉक्टर कशिश से हमारे संवाददाता संपर्क करना चाहा लेकिन किसी कारणवश संपर्क उनसे नहीं हो पाया इसलिए उनका पक्ष नहीं लिख पाए।
सवाल के घेरे में
क्या इस योजना का जाँच होना चाहिए?
क्यों नहीं शिलान्यास, सिलापट्ट, खतरे का कोई निशान लगाया गया?