खगड़िया जिले के मानसी अंचल में पदस्थापित सीओ प्रभात कुमार के खिलाफ जन अधिकार युवा परिषद के जिलाध्यक्ष अभय कुमार गुड्डू ने मुख्यमंत्री, राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री और जिलाधिकारी को पत्र भेजकर हटाने तथा उनके कार्यशैली की जांच की मांग उठाया। जाप जिलाध्यक्ष ने कहा कि अंचल अधिकारी मानसी का जब से मानसी में पदस्थापना हुआ है, तब से लेकर आज तक दर्जनों लोगों के साथ (जो अपनी समस्या को लेकर सीओ को आवेदन देने जाते थे) गाली गलौज एवं मारपीट कर चुके हैं। बहुत लोग तो सीओ के इस संवेदनहीन व्यवहार को चुपचाप सहन कर जाते गए और कुछ लोग स्थानीय स्तर पर लिखित शिकायत भी किए लेकिन उस शिकायत को सुनने वाला कोई खड़ा नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि अंचल अधिकारी के नजर में आमलोग कीड़ा-मकोड़ा जैसा बन कर रह गया है, जिसे जब चाहे सीओ मां-बहन की गाली देकर अंचल कार्यालय से भगा देते हैं। बगैर दलाल के सहयोग से मानसी अंचल कार्यालय में एक भी समस्या का समाधान नहीं होता है। सीओ का मनोबल इतना उच्च स्तर पर है कि जब एक पत्रकार जनहित का सवाल पूछा तो पत्रकार महोदय को भी इतनी भद्दी भद्दी गाली दिया गया जिसका बयां शब्दों में करना असंभव है। सीओ का कुकृत्य मोबाइल में रिकॉर्ड है जिसे कभी इसे सुना जा सकता है। इतना ही नहीं खुटिया निवासी पंकज रजक जब सीईओ को आवेदन देने गया तो सीओ ने उसे जातिसूचक गाली देकर बोला- यहां से भागो साले, एक यादव से लड़ नहीं पाता है और दौड़ कर मेरे पास आवेदन देने चला आता है। खुटिया निवासी भूषण कुमार भी अपनी समस्या को लेकर सीओ के पास पहुंचा तो उन्हें भी जलील कर धक्का मारकर सीओ ने बाहर भगा दिया। हद तो तब हो गया जब जनता इंटर विद्यालय में हीं शिक्षक के साथ भी सीओ ने इस कदर बदतमीजी किया जैसे कि वो शिक्षक नहीं बल्कि सीओ का चपरासी है। विगत 09-09-2022 को राजाजान निवासी अरविंद यादव दाखिल खारिज का नकल निकालने के लिए सीईओ को आवेदन देने पहुंचा तो सीओ ने उसे सिर्फ गाली गलौज हीं नहीं किया बल्कि मारपीट कर अंचल कार्यालय से बाहर कर दिया। श्री गुड्डू ने कहा कि मानसी अंचल कार्यालय का ऐसा स्थिति बन चुका है कि अच्छे लोग सीओ से मिलने में परहेज कर लिया है। लोगों को संशय लगा रहता है कि ना जाने सीओ कब गाली गलौज कर भगा देंगे। क्या ऐसे अधिकारी के रहते सुशासन व्यवस्था बहाल हो पाना संभव है? ऐसे संवेदनहीन व्यक्ति को अंचल अधिकारी के पद पर बैठने से पद की गरिमा तार-तार तो हो हीं रहा है, साथ हीं साथ खगड़िया जिला प्रशासन की छवि भी मिट्टी में मिल रहा है। इसके आने से आमजन आसानी से अपनी समस्या को समाधान की बात तो दूर आसानी से समस्या को सुनाने की भी कल्पना नहीं कर पाते हैं। जिलाध्यक्ष ने आगे बताया कि अंचल कार्यालय में जैसे ही कोई व्यक्ति अपने जमीन के दाखिल खारिज या पैमाइश के लिए आवेदन देता है तो सीओ अपने निजी दलाल एवं राजस्व कर्मचारी तथा अमीन के द्वारा आवेदक को बुलवाकर बगैर घुस में मोटी रकम लिए ना तो दाखिल खारिज स्वीकृत करता है और ना हीं भूमि पैमाइश का रिपोर्ट तैयार करता है। इतना ही नहीं सीओ की तानाशाही रवैया का शिकार मानसी बाजार के गरीब ई-रिक्शा और ठेला चालक भी बनते रहता है। अपनी पद की धौंस दिखाते हुए सड़क पर चलने वाले गरीब ठेला एवं ई-रिक्शा चालक को भी गाली गलौज कर थप्पड़ दे बैठते हैं। जब से यह मानसी आए हैं उनकी कार्यशैली काफी शर्मनाक रहा है। उन्होंने बिहार के मुख्यमंत्री, राजस्व और भूमि सुधार मंत्री एवं जिला पदाधिकारी से मांग करते हुए कहा कि ऐसे भ्रष्ट और तानाशाह व्यक्ति को अंचल अधिकारी के पद से तत्काल हटाकर किसी अच्छे अंचल अधिकारी को पदस्थापित किया जाय, ताकि आमजन की समस्या आसानी से दूर हो सके और सुशासन कायम रह सके। साथ हीं साथ इनके कार्यकाल की जांच विशेष रूप से करा कर इन पर कठोर कार्यवाही की जाए ताकि इस प्रकार की पुनरावृति कोई अन्य अंचल अधिकारी ना कर सके।

Gurudev kumar

Editor-in-chief

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here