क्राइम न्यूज़ एडिटर गुरुदेव कुमार पंडित।
खगड़िया/परबत्ता/भागलपुर मालदा डिवीजन के साहेबगंज-भागलपुर रेलखंड पर मंगलवार सुबह इंसानियत को झकझोर देने वाली घटना सामने आई। अप कामाख्या एक्सप्रेस (15620) में बदमाशों ने लूटपाट के दौरान विरोध कर रही एक युवती को चलती ट्रेन से बाहर फेंक दिया। यह वारदात सबौर स्टेशन के पास हुई। गंभीर रूप से घायल युवती को मायागंज अस्पताल लाया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। इधर मृतका की पहचान खगड़िया जिले के परबत्ता प्रखंड क्षेत्र के नगर पंचायत परबत्ता के मोजाहिदा गांव निवासी सुनील कुमार पंडित की 22 वार्षिय पुत्री काजल कुमारी के रूप में हुई है। वह अपने परिवार के साथ एक शादी समारोह में शामिल होने जा रही थी। सबौर स्टेशन के पास जैसे ही ट्रेन पहुंची, दो बदमाशों ने काजल के बैग से मोबाइल और पैसे छीनने की कोशिश की। काजल ने विरोध किया तो उसे चलती ट्रेन से नीचे धक्का दे दिया गया। घटना के बाद परिवार ने इमरजेंसी चेन पुलिंग कर ट्रेन रोकी, लेकिन तब तक काजल रेलवे ट्रैक किनारे लहूलुहान हालत में पड़ी रही। परिजनों का आरोप है कि मौके पर न तो कोई आरपीएफ जवान आया, न ही जीआरपी की तरफ से कोई मदद मिली। मजबूरी में परिवार ने खुद काजल को ऑटो से मायागंज अस्पताल पहुंचाया, जहां उसकी मौत हो गई। काजल की छोटी बहन जया ने रोते हुए कहा कि दीदी को समय पर मदद मिल जाती, तो शायद वह आज हमारे साथ होती।घटना के बाद काजल के घर में मातम पसरा है। परिजनों ने रेल पुलिस और प्रशासन पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि ट्रेन में आरपीएफ जवान मौजूद थे, बावजूद इसके कोई कार्रवाई नहीं हुई और मदद भी नहीं मिली। परिजनों ने आरोपियों की गिरफ्तारी और दोषी रेलकर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। साथ ही, सरकार से न्याय की गुहार लगाई है।रेलवे सुरक्षा पर गंभीर सवालइस दर्दनाक घटना ने एक बार फिर रेलवे की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। ट्रेनों में लूटपाट की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं। सबसे बड़ी चिंता की बात यह है कि जिन ट्रेनों में सुरक्षा बल तैनात रहते हैं, वहां भी यात्री सुरक्षित नहीं हैं।