खगड़िया/परबत्ता स्वास्थ्य एवं कल्याण परिवार मंत्रालय भारत सरकार के निर्देश पर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र परबत्ता में 2 अक्टूबर को रक्त दान शिविर का आयोजन किया गया है। स्वास्थ्य विभाग की तरफ से इसके लिए लोगों को जागरूकता अभियान चला रहे हैं। ताकि अधिक से अधिक लोग इसमें भाग ले सकें। रक्तदान को जीवनदान के बराबर माना गया है। इसलिए रक्तदान को महादान का दर्जा दिया गया है। रक्तदान करने से न सिर्फ आप दूसरों की जिंदगी बचाते हैं, बल्कि यह आपके स्वास्थ्य के लिए भी काफी फायदेमंद होता है। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र परबत्ता के चिकित्सा प्रभारी डॉ कशिश ने बताया कि नगर पंचायत एवं पंचायत के मुखिया को एक चिट्ठी भी भेजा गया है। इस शिविर में अधिक से अधिक संख्या में लोग शामिल करवाने के लिए अपील किया गया है। यहां तक ही दुर दराज के व्यक्ति यदि एकजुट होकर अधिक संख्या में इस शिविर में शामिल होना चाहते हैं, उसके लिए वाहन भी मुहैया कराया जाएगा। उन्होंने बताया कि रक्तदान करने वाले लोगों को एक कार्ड एवं मोबाइल में ओटीपी प्राप्त होगा। उसे सुरक्षित रखना है। ताकि उन्हें जब जरूरत होगी तो उन्हें किसी भी अस्पताल में पहली प्राथमिकता दी जाएगी। उन्होंने कहा कि ब्लड डोनेशन का सबसे बड़ा फायदा ये है कि इससे हार्ट हेल्दी रहता है।जो लोग रक्त दान करते रहते हैं उन्हें दिल की बीमारियां और स्ट्रोक का खतरा कम रहता है. ब्लड में आयरन अधिक होने पर हार्ट हेल्थ पर असर पड़ता है। जबकि रक्त दान करने से आयरन की मात्रा बैलेंस रहती है। समय-समय पर रक्तदान करते रहते हैं उनके शरीर में आयरन बैलेंस रहता है। इससे कई तरह के कैंसर के खतरे को कम किया जा सकता है। रक्त दान करने से कैंसर का जोखिम होता है कम चिकित्सा प्रभारी ने बताया कि रक्त दान करने से कैंसर का जोखिम कम होता है। ब्लड डोनेशन से वजन कम होता है और ज्यादा कैलोरी बर्न होती है। ब्लड डोनेट करने के बाद रेड ब्लड सेल्स का लेवल कुछ महीने में बराबर हो जाता है। अगर आप साथ में हेल्दी डाइट और एक्सरसाइज कर रहे है तो मोटापा तेजी से कम होता है। डॉक्टरों का कहना है कि एक स्वस्थ व्यक्ति को हर 6 महीने में ब्लड डोनेट करना चाहिए। इसके पीछे वजह ये है कि शरीर में 90 से 120 दिन के अंदर रेड ब्लड सेल्स अपने आप डेड हो जाती हैं और नई सेल्स बनती हैं। यही वजह है कि डॉक्टर हर 6 महीने पर रक्त दान करने की सलाह दी है।