खगड़िया में कोसी नदी किनारे हो रहे कटाव की रफ्तार तेज हो गई है। प्रतिदिन 20 फीट उपजाऊ जमीन कटाव की भेंट चढ़ नदी में समा रही है। ग्रामीण डरे सहमे हैं और पलायन करने पर मजबूर हैं। मले जिले के बेलदौर प्रखंड स्थित इदमादी पंचायत के गांधीनगर गांव का है। यह गांव कोसी और काली कोसी नदी के बीच बसी हुई है। यहां के लोगों के आवागमन का साधन नाव है। प्रखंड मुख्यालय से गांधीनगर जाने के लिए सालभर नाव की सवारी करनी पड़ती है। इस कारण यहां कई मूलभूत सुविधाओं का घोर अभाव है और इस गांव के रहने वाले लोग प्रत्येक वर्ष बाढ़ की त्रासदी को झेलते हैं। फिलहाल गांधी नगर गांव के समीप कोसी नदी में कटाव की स्थिति यहां के लोगों को भयभीत कर रही है। बीते 15 दिनों में करीब 50 परिवार बेघर होकर पलायन कर चुके हैं। दो दर्जन घरों पर भी कटाव का खतरा मंडरा रहा है। बताते चलें कि गांधी नगर गांव स्थित प्राथमिक स्कूल का दो मंजिला मकान बीते दिनों कटाव की जद में आकर धराशाई हो गया और आधा हिस्सा नदी में विलीन हो गया। अब इस स्कूल के बच्चे ठाठ और चदरा के बने निजी दरवाजे पर पढ़ने को मजबूर हैं।मामले में बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल-2 के कार्यपालक अभियंता गणेश प्रसाद ने बताया कि बीते वर्ष गांधी नगर में कटाव रोकने के लिए कटाव वाले भाग में उच्च स्तरीय कार्य कराए गए थे, लेकिन कुछ माह में ही वह कटाव में बह गया। स्कूल भवन नदी किनारे था, जिसके धराशाई होने की आशंका पहले से थी, इसके लिए स्कूल में पठन पाठन बंद करा दिया गया था।